गर्व है सुरक्षाबल के जवानों पर, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से नक्सलियों के मुख्य सरगना को उसके सही जगह पर पहुँचाया और लाल आतंक की कमर को तोड़ने का काम किया है। विष्णु के सुशासन में अब बस्तर में शांति, खुशहाली की स्थापना और यहाँ के समग्र विकास को कोई नहीं रोक सकता। निश्चित ही 31 मार्च 2026 तक बस्तर नक्सलमुक्त होकर रहेगा।