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मंगलवार को हो गया था लापता, तब से कर रहे थे तलाश
पिनान. झाकड़ा गांव से मंगलवार को लापता हुए 11 वर्षीय बालक का बुधवार को शव मिलने से आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार झाकड़ा निवासी मयंकङ्क्षसह पुत्र लाखन ङ्क्षसह मंगलवार को सुबह करीब साढ़े 10 बजे घर के बाहर बनी दुकान पर बैठा था। इस बीच वह परिजनों को थोड़ी देर में आने की कहकर कहीं चला गया। इसके बाद वापस नहीं लौटा। पहले परिजनों ने सोचा कि मयंक अपने दोस्तों के घर खेलने के लिए गया होगा, लेकिन 2-3 घंटे बीतने के बाद भी वह वापस नहीं आया तो परिजनों ने ग्रामीणों के साथ उसे आसपास के क्षेत्र में तलाश किया। बाद में शाम करीब 5 बजे थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया। इसके अगले दिन बुधवार को शाम को गांव की एक पुरानी हवेली की दूसरी मंजिल पर बालक का शव पड़ा हुआ मिला। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। सूचना पर ग्रामीण एसपी डॉ. प्रियंका रघुवंशी सहित लक्ष्मणगढ़, रैणी व राजगढ़ पुलिस थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया। इसके अलावा अलावा क्षेत्रीय विधायक मांगे लाल मीणा, भाजपा नेता बन्ना राम मीणा,जिला पार्षद प्रतिनिधि श्रीकांत सैदावत भी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने जुटाए साक्ष्य: मामला दर्ज होने के 24 घंटे बाद भी बालक का कोई सुराग नहीं लगने पर बुधवार को दोपहर में ग्रामीणों ने रैणी उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर एनएच अलवर-महावीरजी हाइवे जाम करने की चेतावनी दी। इसके बाद लक्ष्मणगढ, रैणी और राजगढ़ थाना पुलिस ने ग्रामीणों के साथ टीम गठित कर जांच शुरू की। साथ ही डॉग स्क्वायड से भी बालक का पता लगाने का प्रयास किया। इस दौरान दुकान से करीब 300 मीटर की दूरी पर राजपूतों की पुरानी हवेली के पास जमीन पर खून की निशान दिखाए दिए। इसके बाद हवेली की जांच की तो उसकी दूसरी मंजिल पर चादर से ढका हुआ बच्चे का शव मिला। इसके बाद एसफएल टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।