भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच रण भूमि में नहीं, सोशल मीडिया पर एक और जंग चल रही है. पाकिस्तान के ऑनलाइन सिस्टम पर भारतीय जवानों को कब्जे में लेने की बेबुनियाद और पुरानी तस्वीरें डाली जा रही हैं. भारतीय अधिकारी इन्हें गलत बयानी बता रहे हैं और इनकी सच्चाई सामने ला रहे हैं.
पुराने मिलिट्री हादसों और जंग की तस्वीरें जानबूझ कर पाकिस्तान स्थित सोशल मीडिया अकाउंट में पोस्ट की जा रही हैं, जिनके जरिये वे अपनी कामयाबी का दावा कर रहे हैं. मिसाल के तौर पर पाकिस्तान के बहावलपुर के पास एक राफेल जेट को मार गिराने का दावा किया गया। भारत के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो के फैक्ट-चेक ने साफ कर दिया कि ये तस्वीर 2021 में पंजाब के मोगा जिले में हुए मिग-21 हादसे की है.
यहां तक कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी दावा किया कि भारतीय जवानों को पकड़ लिया गया है। बाद में खुद पाकिस्तान ने इस दावे का खंडन किया. अधिकारियों ने बताया कि ये दौर अचानक शुरू नहीं हुआ है, बल्कि आधुनिक जंग में गलत सूचनाओं का प्रसार परंपरा बन गई है.
दूसरे पोस्ट में फरवरी 2025 में ग्वालियर के पास एक प्रशिक्षण मिराज 2000 विमान हादसे का वीडियो डाला गया। बताया गया कि इसे पाकिस्तान की सेना ने मौजूदा तनाव के दौरान मार गिराया है. यहां तक कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी दावा किया कि भारतीय जवानों को पकड़ लिया गया है. बाद में खुद पाकिस्तान ने इस दावे का खंडन किया. अधिकारियों ने बताया कि ये दौर अचानक शुरू नहीं हुआ है, बल्कि आधुनिक जंग में गलत सूचनाओं का प्रसार परंपरा बन गई है.
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडलर और यहां तक कि महत्वपूर्ण नेता जानबूझ कर गलत जानकारियां दे रहे हैं और सैन्य जीत की काल्पनिक कहानियां गढ़ रहे हैं, जो पूरी तरह गलत हैं.