प्रतापगढ़. शहर के बांसवाड़ा रोड स्थित सर्किट हाउस के पास 220 केवी ग्रिड सब स्टेशन पर मंगलवार दोपहर आग लगने की सूचना के साथ जिले में एक आपातकालीन मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन सक्रिय हो गया और अलग-अलग विभागों की टीमें मौके पर पहुंचने लगीं। यह अभ्यास आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया की स्थिति को परखने के लिए किया गया। सूचना मिलने के महज 8 मिनट बाद 12.49 बजे एईएन प्रकाश खाटवा पहुंचे। इसके बाद 12.50 बजे एपीआरओ नवधा परदेसी, 12.51 पर पीएमओ डॉ. धीरज सेन, 12.52 पर कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया, नगर परिषद की फायर ब्रिगेड और एडीएम विजयेश पंड्या, 12.54 पर आपदा प्रबंधन टीम व 108 एम्बुलेंस तथा अन्य निजी एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन, तहसीलदार उज्जवल जैन, शहर कोतवाल दीपक कुमार बंजारा व उनकी टीम ने घटनास्थल पर मोर्चा संभाला। मॉक ड्रिल में नगर परिषद की दमकल गाड़ी समय पर पहुंचने से आग पर काबू पाने में सहायता मिली। कुल मिलाकर प्रशासन की तैयारी और समन्वय संतोषजनक रहा, जिसकी कलक्टर डॉ. राजोरिया ने मौके पर समीक्षा कर प्रशंसा की। हालांकि इस अभ्यास में कुछ वरिष्ठ अधिकारी देरी से पहुंचे, जिनमें एसपी विनीत कुमार बंसल 1.07 बजे, यातायात शाखा की टीम 1.27 बजे, सीएमएचओ डॉ. जीवराज मीणा 1.30 बजे और नगर परिषद आयुक्त ललितसिंह सोलंकी 12.58 बजे शामिल रहे। ऐसे आपातकालीन हालात में अधिकारियों की समय पर उपस्थिति उनकी सजगता और जिम्मेदारी का प्रतीक होती है। यह मॉक ड्रिल अधिकारियों की कार्यशैली और तत्परता का एक परीक्षण साबित हुई।