बालासोर: ओडिशा में बालासोर जिले के नीलगिरी कस्बे की रहने वाली आदिवासी छात्रा कावेरी बेहरा जब सिर्फ 9 दिन की थी तब उसके माता-पिता ने उन्हें इसलिए छोड़ दिया था, क्योंकि वो लड़की थी. कावेरी की परवरिश उनकी दादी ने की है. आज उसी कावेरी बेहरा ने 10वीं क्लास में टॉप किया है, मैट्रिक में उन्होंने ए प्लस ग्रेड हासिल की है. इसके साथ ही वो पूरे राज्य में टॉप करने वाली छात्रा बन गई हैं.
छात्रा कावेरी बेहरा ने कहा, "इस साल मैट्रिक एग्जाम में मुझे ए-वन ग्रेड मिला है. मैं भविष्य में एक आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हूं, लेकिन मेरे घर की हालत वैसे कोई अच्छी नहीं है, जिस वजह से मुझे पढ़ने की बहुत ज्यादा पक्खत है और मुझे सरकार से इतना रिक्वेस्ट है मुझे हेल्प कीजिए, जिससे में हायर स्टडीज के लिए पढ़ सकती हूं.
इस सवाल पर कि, वहग सरकार से क्या कहना चाहेंगी. इसका जवाब देते हुए कावेरी ने कहा, "मैं सरकार से ये बताना चाहती हूं कि मुझे कुछ फाइनेंशियल हेल्प कीजिए, जिस वजह से मैं एक हायर स्टडीज कर सकूं और एक यूपीएससी क्लियर करके कलेक्टर बन सकूं."
कावेरी के परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है. दादी की पेंशन से घर का खर्च चलता है. ऐसे में उनके लिए अपनी पढ़ाई को जारी रखना आसान नहीं है. कावेरी और उसकी दादी ने सरकार से मदद की अपील की है। वो चाहते हैं सरकार कावेरी की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद करे. ऐसे में उम्मीद है कि आर्थिक तंगी उसके सपनों को उड़ान भरने से न रोक सके.