जगतियाल: तेलंगाना के जगतियाल जिले के आम अपने स्वाद और मिठास के लिए मशहूर हैं. हाल के दिनों में इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर थी कि इन आमों को कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करके पकाया जा रहा है. इस रसायन के बारे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ये गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है.
मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. अंकम लक्ष्मण ने बताया, "बाजार में मिलने वाले ज्यादातर आम को आर्टिफिशियल तौर पर कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है. इन्हें खाने से कैंसर, अल्सर, याददाश्त कमजोर होना और कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.कैल्शियम कार्बाइड को कम करने के लिए आमों को 15 मिनट तक पानी में भिगोकर अच्छी तरह से धोना चाहिए. इससे आम पर इसका असर कम हो जाएगा."
स्थानीय लोगों का आरोप है कि, व्यापारी आम को जल्द पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं. इससे जिले में उगाए जाने वाले आमों की प्रतिष्ठा को खतरा है. स्थानीय निवासी बासा प्रकाश ने बताया, "जगतियाल के आम को बाजार में आए 15 दिन हो चुके हैं, जगितियाल के आमों का बाजार भारत का सबसे बड़ा बाजार है, जहां सालाना 55 हजार मीट्रिक टन उत्पादन होता है, हाल के दिनों में पाया गया है कि स्थानीय व्यापारी आमों को आर्टिफिशियल तौर पर कैल्शियम कार्बाइड से पका रहे हैं और इससे जगतियाल आमों की प्रतिष्ठा खत्म हो रही है."
कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल आमतौर पर कुछ इलाकों में फलों को आर्टिफिशियल तौर पर पकाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसका इस्तेमाल खतरनाक है. यहां तक कि भारत सहित कई देशों में ये प्रतिबंधित है. बावजूद इसके व्यापारी कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं. ऐसे में जगतियाल में आम के किसानों को डर है कि कैल्शियम कार्बाइड के इस्तेमाल से उनकी उपज की मांग में गिरावट आ सकती है.