कनाडा में 28 अप्रैल, 2025 को मतदान होने वाला है. प्रधानमंत्री पद की दौड़ में लिबरल मार्क कार्नी, कंजर्वेटिव पियरे पोलीव्रे, ब्लॉक क्यूबेकॉइस के यवेस-फ्रांस्वा ब्लैंचेट और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी, यानी एनडीपी के जगमीत सिंह हैं. बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर और केंद्रीय बैंक के पहले गैर-ब्रिटिश प्रमुख मार्क कार्नी को मार्च 2025 में जस्टिन ट्रूडो के बाद कनाडा का प्रधानमंत्री चुना गया था. राजनैतिक अनुभव की कमी के बावजूद लिबरल पार्टी का नेतृत्व करते हुए कार्नी ने पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर ध्यान दिया. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों की आलोचना की और कई घरेलू नीतियों में सुधारों का प्रस्ताव रखा. 45 साल के पियरे पोलीव्रे कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं. उनका आधार मजबूत है और वे जमकर रैलियां कर रहे हैं. कभी वे करों की कम दर और छोटी सरकार के पैरोकार थे. अब पोलीव्रे के चुनावी मुद्दे मंदी और घरों की कमी दूर करना और सामर्थ्य बढ़ाना है. उन्हें अच्छा समर्थन मिल रहा है. यवेस-फ्रांस्वा ब्लैंचेट तीसरी बार ब्लॉक क्यूबेकॉइस की अगुवाई कर रहे हैं. वे क्यूबेक की संप्रभुता की वकालत कर रहे हैं. उन्होंने 2019 से संसद में पार्टी की ओर से क्यूबेक की खास पहचान बनाने को प्राथमिकता दी है. जगमीत सिंह कनाडा की प्रमुख राजनैतिक पार्टी के पहले अल्पसंख्यक नेता हैं. वे 2017 से न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी की अगुवाई कर रहे हैं. ओंटारियो के पूर्व विधायक जगमीत सिंह ने 2019 में पहली बार संसदीय सीट जीती. उन्होंने छात्रों की कर्ज माफी, जलवायु कार्रवाई और सार्वभौमिक दवा कवरेज पर अभियान चलाया. कनाडा में चुनावी माहौल चरम पर है. प्रधानमंत्री पद की होड़ में चार प्रमुख नेता हैं. हर नेता अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और सामुदायिक विकास के लिए अलग-अलग योजनाएं पेश कर रहा है. ऐसे में मतदाताओं को फैसला लेने में भारी दुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है.