प्रतापगढ़. पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में जिस तरह आक्रोश का माहौल है। उसी तरह प्रतापगढ़ में भी लोगों में भी आक्रोश देखने को मिला। आतंकियों की इस कायराना हरकत की निंदा करते हुए सर्व समाज की ओर से नगर परिषद परिसर से नारेबाजी करते हुए वाहन रैली निकाली गई। मिनी सचिवालय पहुंचकर सर्व समाज के लोगों ने देश के प्रधानमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपा और आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में सोमवार को जिस तरह से वहां घूमने गए पर्यटकों को धर्म पूछ कर गोलियां मारी और हमले में 28 लोगों की मौत हो गई। उस घटना को लेकर प्रतापगढ़ में सर्व समाज के लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया। घटना की निंदा करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर की गई यह कायरना हरकत किसी भी तरह बर्दाश्त के योग्य नहीं है। इस तरह की हरकतों का उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाना आवश्यक है। इसी को लेकर नगर परिषद परिसर में बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए वाहन रैली के रूप में मिनी सचिवालय पहुंचे। यहां पर कलक्टर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा गया और ऐसे जिहादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही आतंकियों की पनाहगाह पाकिस्तान के खिलाफ भी एक्शन लेने की मांग की गई।
युवा कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
आतंकियों की इस कायरना हरकत की निंदा करते हुए शहर के गांधी चौराहे पर युवक कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन किया गया और केंद्र सरकार से मांग की गई की अब आतंकवाद के खिलाफ आर पार की कार्रवाई करें। इस दौरान मृतकों को श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए गए। युवा कांग्रेस के महासचिव मनोज सांखला के नेतृत्व में शहर के सूरज पोल चौराहे पर पहलगाम की घटना को लेकर प्रदर्शन किया गया। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतंकियों द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा की। युवा कांग्रेस की ओर से इस घटना की जिम्मेदारी तय करने की भी मांग की गई। इस मौके पर सांखला ने कहा कि आतंकवादियों ने जिस तरह इस घटना को अंजाम दिया इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। पूरे देश में इस घटना को लेकर आक्रोश है, सरकार आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और घटना के लिए कौन जिम्मेदार है यह भी तय होना चाहिए। गौरतलब है कि सोमवार को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 28 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश है।
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने की कड़ी निंदा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ देशभर में आक्रोश की लहर है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने इस हमले की तीव्र निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण, अमानवीय और मानवता के विरुद्ध युद्ध करार दिया है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने कहा कि ऐसी घटनाएं भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय स्वाभिमान पर सीधा प्रहार हैं। उन्होंने कहा कि देश के सभी राजनीतिक दलों और संगठनों को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर कठोर रुख अपनाना चाहिए। संगठन के प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने कहा कि ऐसी हत्याएं मानवता के इतिहास पर कलंक हैं। उन्होंने पीडि़त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दोषियों को शीघ्र और कठोरतम दंड देने की मांग की। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. नारायण लाल गुप्ता, महासचिव प्रो. गीता भट्ट, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के संगठन मंत्री घनश्याम, प्रदेश सभाध्यक्ष संपत सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य, महिला मंत्री डॉ. अरुणा शर्मा, अतिरिक्त महामंत्री योगेश कुमार शर्मा सहित कई पदाधिकारियों ने संयुक्त बयान में कहा कि यह हमला देश के संविधान का अपमान है बल्कि भारतीय संस्कृति और मानव मूल्यों पर सीधा प्रहार है। उन्होंने सरकार से मांग की कि आतंकवाद के इस कृत्य के पीछे कार्यरत पूरे नेटवर्क को नष्ट कर दोषियों को शीघ्र उनके अंजाम तक पहुंचाया जाए। शिक्षक संघ ने देश के नागरिकों से शांति, संयम और एकता बनाए रखने की अपील करते हुए यह विश्वास दिलाया कि शिक्षा जगत आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में सदैव मानवता, संविधान और राष्ट्रीय मूल्यों की रक्षा के लिए कटिबद्ध रहेगा।
राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
छोटीसादड़ी. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल है। इस वीभत्स घटना के विरोध में अभिभाषक संघ छोटीसादड़ी की ओर से गुरुवार को राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार राजकुमार सारेल को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया कि आतंकवादी संगठनों द्वारा अमानवीय कृत्य करते उनकी पहचान के आधार पर निर्मम हत्या की गई। इस क्रूरता ने पूरे देश को झकझोर दिया है। अभिभाषक संघ ने इस घटना को मानवता पर कलंक और देश की अखंडता पर सीधा हमला बताया। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष प्रदीप वैष्णव ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मांग की कि इस घटना में शामिल आतंकियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। साथ ही, ऐसे संगठनों की जड़ों को पूरी तरह समाप्त किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे।