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बहादुर टट्टू संचालक सैयद आदिल हुसैन सुपुर्द-ए-खाक, CM अब्दुल्ला ने बलिदान को किया सलाम

2025-04-24 17 Dailymotion

अपने बेटे को खोने का गम किसी भी पिता के लिए सबसे बड़ा है...उसे पता है कि वो उसका चेहरा फिर कभी नहीं देख पाएगा. ये तस्वीरें उस वक्त की हैं जब सैयद आदिल हुसैन को आखिरी विदाई दी जा रही थी..उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जा रहा था. आदिल उन 26 लोगों में शामिल थे जिन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाई. आदिल  टट्टू संचालक थे. वे अपने परिवार में कमाने वाले इकलौते शख्स थे. बेटे के अचानक इस तरह से दुनिया से चले जाने से परिवार सदमे में है. उनके पिता और बहन आदिल की अचानक मौत से सदमे में हैं. आदिल पर्यटकों को घुमाकर प्रतिदिन 200-300 रुपये कमाते थे. पड़ोसियों का कहना है कि आदिल चाहते तो अपनी जान बचा सकते थे, लेकिन उन्होंने दूसरों को बचाने की कोशिश की. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आदिल के जनाजे में शामिल होकर परिवार को सांत्वना दी और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.