पहलगाम आतंकवादी हमले से जम्मू कश्मीर में पर्यटन को झटका लगने की आशंका है. देश के कई हिस्सों में ट्रैवल एजेंसियों ने बताया है कि हमले के बाद बड़ी तादाद में लोग केंद्र शासित प्रदेश के लिए पहले से तय अपनी यात्राओं को रद्द करा रहे हैं. अनंतनाग जिले में पहलगाम के करीब बैसरन घास के मैदान में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी. इनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. हमले के बाद बुधवार को हजारों पर्यटकों ने कश्मीर छोड़ना शुरू कर दिया. 35 सालों में पहली बार कश्मीर घाटी में किसी आतंकवादी हमले के विरोध में बंद रखा गया. साथ ही सभी क्षेत्रों के संगठनों ने पहलगाम में हुई हत्याओं के विरोध में बंद का समर्थन किया. इलाके के लोगों ने इस हमले को कश्मीरियत की उस भावना पर बड़ा हमला बताया जो कश्मीर के हर धर्म के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और सामाजिक एकता की सदियों पुरानी भावना को दिखाता है. कश्मीर में पर्यटक आमतौर पर यहां के लोगों के साथ अपने अनुभव को कभी न भूलने वाला बताते हैं. वे उनके अच्छे बर्ताव और मेहमाननवाजी की तारीफ करते नहीं थकते.