पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है जिसमें ज़मीन पर शव के पास एक महिला ख़ामोश बैठी है. ये तस्वीर लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी की है... जितनी ख़ामोशी इस तस्वीर में है उससे कहीं ज्यादा दर्द, तकलीफ इसके पीछे की कहानी में... कहते हैं की जब इंसान दर्द में होता है तो चींख निकलती है और जब दर्द बर्दास्त से बाहर हो तो इंसान की आवाज तक बंद हो जाती है... ऐसा ही कुछ ये तस्वीर ब्यान कर रही है... जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में हरियाणा के रहने वाले भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विजय नरवाल की जान चली गई. वो 26 साल के थे. वो कोच्चि में पोस्टेड थे. पहलगाम में छुट्टियों पर थे. वो हरियाणा के रहने वाले थे जिनकी 16 अप्रैल को ही शादी हुई थी... इस हमले से महज 6 दिन पहले.. और सिर्फ 4 दिन पहले उनकी शादी का रिसेप्शन हुआ था... लाल चूड़ा और हाथों में मेहंदी लगी नई दुल्हन अपने पति के शव के पास बैठी है... दिल दहला देने वाला है..