पन्ना. कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता...! एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो। इन पंक्तियों को आगरा मोहल्ला पन्ना की रहने वाली गायत्री रैकवार ने अपने हौसले से चरितार्थ कर दिखाया है। गायत्री पहले ही प्रयास में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में कॉस्टेबल बन गई हैं। देश की सरहद की सुरक्षा की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद रविवार सुबह वे अपने शहर पन्ना पहुंचीं तो शहरवासियों ने बैंड-बाजे के साथ फूल बरसा कर स्वागत किया। घर पहुंचने पर पिता को अपनी कैप पहनाई और सैल्यूट किया। मां से गले लगकर भावुक हो गई।