बाड़मेर। रामस्नेही रामद्वारा में चल रहे संगीतमय नैनीबाई रा मायरा के गुरुवार को तीसरे दिन मायरा वाचक युवा संत रामशरण महाराज ने अपने मुखारविंद से कहा कि भगवान भक्त की पुकार पर दौड़े चले आते है। इसी को चरितार्थ करने के लिये भक्त नरसी की बेटी नैनीबाई के मायरे को भरने के लिये सांवरिया सेठ का रुप धर कर राधा रुकमणी के संग नगर अंजार के लिये रवाना हो जाते है।