आरिफ मोहम्मद ने कहा- भगवान बुद्ध से भी पहले वैशाली गणराज्य लोकतांत्रिक था. असहमति के बिना लोकतंत्र अधूरा है, लेकिन असहमति मर्यादा में होनी चाहिए.