IPL का सीज़न केवल क्रिकेट का नहीं, बल्कि भारत के बैंकिंग सिस्टम के लिए भी बड़ी परीक्षा साबित होता है। हर साल IPL के दौरान ₹8.3 लाख करोड़ से ज्यादा की अवैध सट्टेबाजी होती है, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी और फर्जी खातों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। Fantasy Sports Platforms जैसे Dream11 और Probo के कारण UPI पर इतना अधिक लोड बढ़ता है कि सर्वर क्रैश होना आम बात हो गई है। NPCI और RBI इस पर लगातार नजर रख रहे हैं। VuNet Systems जैसे AI-टेक स्टार्टअप्स रोजाना 1 बिलियन से ज्यादा ट्रांजैक्शन्स की निगरानी कर रहे हैं।