सवाईमाधोपुर. कहने को तो जिला मुख्यालय पर आलनपुर रोड पर बी श्रेणी की कृषि उपज मण्डी संचालित है लेकिन मण्डी प्रशासन की अनदेखी से समस्याओं का अम्बार लगा है। गर्मी के मौसम में किसान व व्यापारियों व पल्लेदारों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंडी में आने वाले किसानों व व्यापारियों के साथ पल्लेदारों को भी मूलभूत सुविधाएं पर्याप्त नहीं मिल पा रही है।
गर्मी में छाया के नहीं पर्याप्त इंतजाम
मंडी में उपज बेचने आने वाले किसानों को मंडी परिसर में छाया के इंतजाम नहीं मिल रहे है। इन दिनों मण्डी में सरसों, चना, गेहूं की भरपूर आवक हो रही है। ऐसे में दूर-दूर तक फसलें रखी है। यहां ना तो डोम की व्यवस्था है और ना ही प्लेटफॉर्म है। ऐसे में किसानों व व्यापारियों की जिन्स सडक़ पर ही खुले आसमान तले रखी है।
बारिश में भीगती है फसलें, ढकने के नहीं प्रबंध
किसानों और व्यापारियों की जिंस खुले आसमान के तले पड़ी रहती है। ऐसे में बारिश हो जाए तो पूरी फसल भीगकर खराब हो जाती है।गत दिनों में बारिश के दौरान मण्डी में रखी जिन्सें भीग गई थी। मंडी प्रशासन की ओर से किसानों व व्यापारियों को तिरपाल तक मुहैया नहीं कराए जाते है। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है। व्यापारियो को भी भारी नुकसान होता है। कई बार मण्डी सचिव व प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बड़ी मण्डियों में डोम, स्थानीय स्तर पर अनदेखी
आलनपुर रोड स्थित कृषि उपज मण्डी में लंबे समय से डोम की दरकार है। लालसोट, मण्डावरी, इटावा, कोटा, बूंदी आदि मण्डियों में बड़े डोम बने हुए है। लेकिन स्थानीय मण्डी में आज तक यह सुविधा नहीं मिली है, जबकि व्यापारियों व किसानों की ओर से कई बार सचिव, कृषि मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप चुके है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
फैक्ट फाइल...
-कृषि उपज मण्डी में रोज आ रहे किसान-200 से अधिक।
-सरसों की आवक-3 हजार कट््टे।
- गेहूं की आवक-3500 हजार कट््टे।
-चने की आवक-1 हजार कट््टे।
-मैथी की आवक-150 हजार कट््टे।
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डोम की जरूरत है
डोम की स्थानीय कृषि उपज मण्डी में भी आवश्यकता है। इससे किसानों, पल्लेदारों व व्यापारियों को राहत मिल सकें। इस सबंध में हमने प्रयास कर जगह चिह्नित करवा ली है लेकिन विभाग की ओर से डोम बनना शेष है।
दीनदयाल अग्रवाल,महामंत्री, ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन, कृषि उपज मण्डी सवाईमाधोपुर
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इनका कहना है...
जिन्सों को बारिश से बचाव के लिए पर्याप्त तिरपाल की व्यवस्था की जाएगी। मण्डी में एक डोम बना है। दूसरे के लिए मांग आने पर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
दिलीप मीणा,सचिव, कृषि उपज मंडी, सवाई माधोपुर