आज पूरे देश में श्रद्धा और आस्था के साथ हनुमान जयंती मनाई जा रही है। यह पर्व भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हैं। पूजन की विधि में सबसे पहले भगवान हनुमान की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं, फिर सिंदूर, चोला, फूल, अक्षत, गुड़ और बूंदी का भोग अर्पित करें। लाल वस्त्र पहनाकर आरती करें और बजरंग बाण का पाठ करें। इस दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने से भय, बाधा और रोग दूर होते हैं। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। हनुमान जयंती का पर्व शक्ति, भक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है।