मुंबई 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी पर राजनीतिक दलों में क्रेडिट वॉर छिड़ गया है। कांग्रेस ने इसे डेढ़ दशक की कूटनीति का नतीजा बताया, जबकि BJP ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार ने राणा को सजा दिलाने के लिए कोई कोशिश नहीं की। शिवसेना (उद्धव गुट) ने आरोप लगाया कि सरकार बिहार चुनाव से पहले राणा को फांसी देकर राजनीतिक लाभ लेगी। इस बीच, सवाल उठ रहे हैं कि आतंकवाद पर देश में हर राजनीतिक दल की एक जैसी नीति क्यों नहीं है।