कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। ..अब तक इस लाइन को आपने एक फिल्मी डायलॉग के तौर पर सुना है। ..लेकिन आज हम आपको इसे हक़ीक़त में बदलते हुए दिखा रहे हैं। कत्थई रंग के कपड़ों में ये जो शख्स खड़ा है, ये वही है जिसे भारत पिछले 16 साल से अपनी गिरफ्त में लेने में लगा था। ..ये 2008 के 26/11 मुंबई हमले का मोस्ट वांटेड आतंकी तहव्वुर राणा है। 16 साल बाद इसकी ये पहली तस्वीर है...जिसमें आप देख रहे हैं कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA के तीन लोग इसे हाथ से पकड़कर खड़े हुए हैं। 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के एक मास्टरमाइंड को हमारा क़ानून..हमारी जांच एजेसियां अपने लंबे-लंबे हाथों से खींचकर ले आई हैं। ...मुंबई हमले के गुनहगार आतंक का डॉक्टर तहव्वुर राणा को देश का क़ानून पूरे 16 साल 4 महीने के सब्र के बाद..सात समंदर पार...तकरीबन 13 हज़ार किलोमीटर दूर अमेरिका से खींचकर भारत लाया है। ..लंबी दाढ़ी वाले इस इंसान पर 2008 में मुंबई में पाकिस्तान के इशारे पर मुंबई हमले की ज़मीन तैयार करने का इल्ज़ाम है। ..वो खूनी खेल जो कसाब और दूसरे पाकिस्तानी आतंकियों ने ताज होटल, ट्राडडेंट होटल, लियोपोर्ड कैफे, कामा हॉस्पिटल, CST, चवाड़ हाउस में खेला था। ..जिसमें 166 बेकसूरों की जानें गई थीं..और 238 लोग घायल हुए थे।