सनातन धर्म के नाम पर राजनीतिक दलों द्वारा सहूलियत की राजनीति की जा रही है। चितरंजन पार्क में मछली बाजार विवाद, मुर्शिदाबाद में रामनवमी जुलूस पर हंगामा, और अलवर में दलित नेता के मंदिर प्रवेश पर गंगाजल छिड़कने की घटनाएँ चर्चा का विषय बनी हैं। धार्मिक मुद्दों पर राजनीतिक दलों के दोहरे मापदंड और सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाले तत्वों की पहचान न होना चिंता का विषय है। तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि दक्षिणी दिल्ली के बंगाली बहुल चितरंजन पार्क इलाके में भाजपा से जुड़े लोग मछली की उन दुकानों को बंद करा रहे हैं, जो मंदिर के आसपास हैं। पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से टीएमसी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया है कि बीजेपी के लोग दिल्ली के बंगाली बहुल चितरंजन पार्क इलाके में मछली विक्रेताओं को धमकी दे रहे हैं. जवाब में भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा- मोइत्रा ने फर्जी वीडियो पोस्ट किया है। राजनीतिक साजिश के चलते इलाके में सामुदायिक एकता को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। वहीं वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। राजस्थान के अलवर में दलित नेता टीकाराम के मंदिर जाने पर उसे गंगाजल से शुद्ध किया गया.विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर जाने के बाद भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर को 'पवित्र' करने के लिए गंगाजल का छिड़काव किया .आज इसी मुद्दे पर सीधा सवाल में जोरदार बहस संदीप चौधरी के साथ