कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सत्ताधारी दल पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सरकार संविधान पर चोट कर रही है और विपक्ष की आवाज़ को दबाया जा रहा है. खड़गे ने मणिपुर जैसे मुद्दों पर चर्चा न करने और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए संसद में देर रात तक बहस कराने का आरोप लगाया. उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में कम्युनलाइजेशन और कमर्शियलाइजेशन की ओर भी ध्यान खींचा. खड़गे ने किसानों के आंदोलन और युवाओं की बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया. मणिपुर जैसे मुद्दों पर चर्चा न करना और संसद में देर रात तक इस बात पर बहस करवाने का आरोप, सरकार की प्राथमिकताओं और उसके तरीके पर सवाल उठाते हैं। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आरोप भी राजनीति में एक बड़ा मसला बन सकते हैं और ये खबर विशेष रूप से आगामी चुनावों में असर डाल सकता है।