प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थियों ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं. छोटे शहरों और गांवों से आए युवा उद्यमियों ने बताया कि कैसे मुद्रा लोन ने उनके जीवन को बदला. एक लाभार्थी ने कहा कि वह नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू कर सका और अब 50 लाख रुपये का टर्नओवर कर रहा है. एक अन्य युवा ने बताया कि वह अभी कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ अपना स्टार्टअप चला रहा है. लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री के साथ बातचीत को भावनात्मक क्षण बताया. मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने पर इसकी सफलता का जायजा लिया गया. 33 लाख करोड़ रुपये का लोन बिना गारंटी दिया गया, जिसमें महिलाएं सबसे आगे रहीं. 52 करोड़ लोन दिए गए, जिससे युवाओं और महिलाओं को रोजगार मिला. योजना की शुरुआत 50,000 से 5 लाख रुपये के लोन से हुई, जो अब 20 लाख तक पहुंच गई है. इस योजना ने देश के सामान्य नागरिकों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है.