सवाईमाधोपुर. ठींगला में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में निर्माण के दौरान अनियमितताएं बरती जा रही है। इसकी शिकायत मिलने पर जिले के दौरे पर आए राज्यमंत्री सहकारिता एवं नागरिक उड््डयन विभाग (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक ने निर्माणाधीन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में मुख्य इमारत में दीवारों में दरार एवं सीलन मिली। इस पर प्रभारी मंत्री ने नाराजगी जताते हुए दरारे व सीलन को मरम्मत करवाकर एक माह में दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता एवं कार्य प्रगति की जांच करते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण में गुणवत्ता में कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मुख्य द्वार पर ग्रेनाईट की क्षतिग्रस्त सीढ़ी व प्रवेश हॉल का फर्श की ग्रेनाईट सही ढंग से पुन: लगवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी लैब से करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के मॉडल को देखकर ब्लॉक वाइज जानकारी ली। मेडिकल कॉलेज के बाद उन्होंने निर्माणाधीन जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया।
मापदण्डों की बारीकी से की जांच
उन्होंने भवन निर्माण कार्यो की मॉनिटरिंग के लिए उपखंड अधिकारी अनूप सिंह की अध्यक्षता में गठित निगरानी उप समिति के माध्यम से मुख्य इमारत के अंदर प्रत्येक ब्लॉक में लैब, लैक्चर थियेटर, बालक-बालिका छात्रावास, लाईब्रेरी, रेजिडेन्स हॉस्टल, प्रिंसिपल निवासए 300 बेड के निर्माण हॉस्पिटल के प्रत्येक फ्लोर पर निर्माण कार्यो की गुणवत्ता व निर्धारित मापदण्डों की बारीकी से जांच की। सभी ब्लॉक में कमियों की सूची तैयार कर प्रभारी मंत्री कार्यालय एवं जिला कलक्टर को भिजवाने के निर्देश दिए।
नियमित हो मेडिकल कॉलेज की जांच
उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. तेजराम मीणा को मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल की नियमित रूप से मॉनिटरिंग कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल कार्य शीघ्र गुणवत्तापूर्ण निर्धारित समयावधि में करवाने के निर्देश जिला कलक्टर शुभम चौधरी को प्रदान किए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, नोडल अधिकारी मेडिकल कॉलेज डॉ. महेश मीणा, अधिशासी अभियंता राकेश दीक्षित, जिलाध्यक्ष मानसिंह गुर्जर, खंडार प्रधान नरेश चौधरी, पूर्व उप सभापति राजेश गोयल, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश जैन सहित कई मौजूद थे।