जैसलमेर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को शीतला सप्तमी पर्व परंपरागत श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। महिलाओं ने अनगढ़, उभरे पत्थर या खंडित मूर्ति की पूजा कर शीतला माता और उनकी सवारी गर्दभ की अर्चना की। घरों में इस दिन चूल्हे नहीं जले और परिवारजनों ने एक दिन पहले बनाए गए भोजन का सेवन किया। अधिकांश घरों में चावल, सांगरी की सब्जी, पूरी और अन्य पकवान परोसे गए।