स्वर्णनगरी में चल रहे तीन दिवसीय अखिल भारतीय जैसलमेर प्रवासी माहेश्वरी सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को शोभायात्रा का आयोजन किया गया। माहेश्वरी बेरा परिसर में इष्टदेव भगवान महेश की पूजा-अर्चना के बाद शोभायात्रा रवाना हुई, जो गड़ीसर के आगे से होते हुए नगर के प्रमुख मार्गों आसनी रोड, गोपा चौक, सदर बाजार, गांधी चौक और हनुमान चौराहा होते हुए रामगढ़ मार्ग स्थित सम्मेलन स्थल तक पहुंची। संयोजक ग्वालदास मेहता की देखरेख में निकाली गई शोभायात्रा के प्रमुख आकर्षण में सजे-धजे हाथी-घोड़े व ऊंट सहित विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां शामिल रही। जबलपुर और पंजाब से बुलाई गई बैंड द्वारा बिखेरी गई स्वर लहरियों के बीच निकली शोभायात्रा में सभी पुरुषों ने सफेद कुर्ता-पायजामा और सिर पर जैसलमेरी साफा धारण कर रखा था वहीं महिला वर्ग लाल चूनड़ी की साड़ी पहने हुए थी। रास्ते भर में जैसलमेर के विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा में हजारों की संख्या में प्रवासी और स्थानीय माहेश्वरी समाज के लोग शामिल हुए। शोभायात्रा के सम्मेलन स्थल पहुंचने पर वहां पूर्व राजपरिवार की रासेश्वरी राज्यलक्ष्मी विशेष तौर पर उपस्थित थीं।