जमुई, बिहार: जमुई के मटिया गांव की महिलाएं पालक, गेंदा, गुलाब की पंखुड़ियां, चुकंदर, अरारोट और संतरे जैसी जैविक सामग्री का उपयोग करके केमिकल मुक्त हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है जिससे पर्यावरण के अनुकूल होली उत्सव को बढ़ावा भी मिल रहा है। इसी कड़ी में लक्ष्मीपुर के संस्थापक और आउटगोइंग सर्किल ऑफिसर निर्भय प्रताप सिंह ने बताया कि पिछली बार हमने गांव को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा था और तब से महिलाओं को सशक्त बनाने, उनका आत्मविश्वास बढ़ाने और उन्हें अपना घर चलाने में सक्षम बनाने के प्रयास जारी हैं। इस पहल के तहत पिछली बार हमने 6 क्विंटल हर्बल गुलाल का उत्पादन किया था और इस बार हम 45 क्विंटल का उत्पादन कर रहे हैं।
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