मुक्ति क्या हैं? मुक्ति का पहला पड़ाव मतलब रोज के जीवन में सभी समस्यायों के बीच शांति का अनुभव करना और दूसरा पड़ाव, परम और अंतिम मुक्ति (मोक्ष) का पड़ाव हैं |