मनुष्य जीवन का उद्देश्य परोपकार यानि अपने मन वचन काया से दूसरों की सेवा करना होना चाहिए | इससे आगे जन्म मरण के बंधन से मुक्ति पा कर आत्मसाक्षात्कार पाना होना चाहिए |