उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का एक पत्र वायरल हो रहा है जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा, पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी एक पत्र लिखा था कि उत्तर प्रदेश में भी शिक्षक भर्ती में आरक्षण का लाभ जो पिछड़ों को मिलना चाहिए वो नहीं मिला. केशव प्रसाद मौर्य ने भी पत्र लिखा है की आउटसोर्सिंग से जो आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए था वो मिला है, या नहीं मिल रहा है उस पर सवाल पूछा है. अनुप्रिया पटेल हो या संजय निषाद हो सभी आरक्षण के मुद्दे को उठा चुके हैं. जिस सवाल को समाजवादी पार्टी चुनाव से पहले भी उठाती थी और अब भी उठा रही है. बीजेपी की सरकार में पिछड़ों को, दलितों को, अल्पसंख्यकों को जो संविधान के अनुसार लाभ मिलना चाहिए था वो नहीं मिल रहा है इसलिए केशव प्रसाद मौर्य जी ने पत्र जरूर लिखा है लेकिन उससे कुछ भी बदलने वाला नहीं है. बीजेपी की सरकार आरक्षण विरोधी है और उसका चेहरा जनता के सामने आ गया है.