उज्जैन के सान्दीपनि आश्रम: श्रीकृष्ण, सुदामा और गुरु दक्षिणा"
यह शीर्षक एक अत्यंत प्राचीन आश्रम को संदर्भित करता है, जो उज्जैन शहर में स्थित है। यहाँ भगवान श्रीकृष्ण और उनके शिष्य सुदामा के बीच गहरा मित्रता का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है, जो भगवान के अद्वितीय भक्त के रूप में जाने जाते हैं। यहाँ गुरु दक्षिणा के रूप में भगवान का सेवक भी उपस्थित थे, जो उन्हें अनन्त ज्ञान और अद्भुत गुणों से आश्रम के माध्यम से युक्त करते थे। इस आश्रम का इतिहास और उसमें संदिग्ध घटनाओं का वर्णन यह शीर्षक प्रस्तुत करता है, जो भारतीय साहित्य और धार्मिक परंपरा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।