समाज की कुव्यवस्था,अंधविश्वास, रूढ़िवादिता और खरगोश और कछुए की चाल से यूं तो सब भलीभांति वाकिफ है लेकिन समाज में व्याप्त इस कुचक्र को तोड़ने का साहस कुछ ही लोग कर पाते हैं। समाज की तमाम परिपाटियों को सकारात्मक रूप से समाज को एक नए पथ पर युवाओं के लिए आदर्श लकीर खींचने क