प्रेमानंद महाराज रात्रि में 2.30 बजे निकलने लगे। स्वास्थ्य को देखते हुए पदयात्रा रोक दी गई थी। 1 जनवरी नए साल से फिर से भ्रमण पर निकलने लगे।