कोटा. अब सोशल मीडिया और वेबसाइट पर नेताजी ने बल्क मैसेज भेजे, तो इसका खर्चा उनके चुनावी खाते में जुड़ जाएगा। ऐसे में अब सियायती मुद्दों से लेकर प्रचार-प्रसार का काम नेताजी मुफ्त में नहीं कर पाएंगे।