वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू हुए छह साल हो चुके हैं, अभी भी इसे लेकर व्यापारी परेशान हैं। जीएसटी ने व्यापार की आसानी बढ़ाने के बजाय व्यापारियों पर पालन प्रतिवेदन का बोझ बढ़ा दिया है। व्यापार के संचालन की लागत भी जीएसटी के कारण बढ़ गई है।