अलवर. शहर में मिनी सचिवालय 115 करोड़ की लागत से तैयार हुआ लेकिन यहां सफाई के बंदोबस्त नहीं हैं। तीसरी मंजिल पर धूल ही धूल है। यहां सफाई नहीं होती। यहां की सफाई के लिए अभी तक कोई स्थायी व्यवस्था नहीं की गई है।