राजधानी भोपाल में अपने घर का सपना देखने वाले कई परिवारों को बिल्डर की वजह से परेशान होना पड़ता है। जिंदगी भर की जमापूंजी लगाने के बाद भी आशियाना नहीं मिलता। बदले में दफ्तरों के चक्कर अलग काटने पड़ते हैं। ऐसे ही दर्जनों परिवार हैं जिन्होंने कोलार रोड़ पर स्थित बोरदा गांव में कॉसमॉस सिटी में फ्लैट और डुपलेक्स लिए थे। 2015 में लॉन्च हुई इस कॉलोनी में प्रॉपर्टी बेचते वक्त बिल्डर ने तमाम सपने दिखाए थे। जो 2022 में भी पूरे नहीं हुए।