राजगढ़ ,22 सितंबर। देश को अंग्रेजों के शासन से आजादी मिले तो 75 साल हो गए; सरकार इसका अमृत महोत्सव भी मना रही है, लेकिन अभी भी देश के कुछ हिस्सों व कुछ समुदायों के लोग गरीबी की दासता से आजादी नहीं पा सके। इसका उदाहरण हाल ही में एक वायरल वीडियो के जरिए देखने को मिला। वीडियो में बैलगाड़ी को बैलों की जगह एक महिला खींच रही थी। जहां आज के समय में तकनीक के माध्यम से परिवहन के परंपरागत साधनों को नए तकनीक युक्त साधन रिप्लेस कर रहे हैं। साइकिल रिक्शे को छोड़कर ई-रिक्शा चलाए जा रहे हैं, ऐसे समय में बैलों की जगह एक महिला द्वारा बैलगाड़ी खींचना देश और समाज के लिए शर्म की बात है। बता दे महिला खुद बैल बनकर बैलगाड़ी को 15 किलोमीटर तक पैदल खींच कर ले कर आई। आइए जानते हैं पूरा मामला...