सागर से बीना तक रेलवे ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है... और इस ट्रैक पर नरयावली से ईशरवारा के बीच एक अजीब नजारा देखने को मिलेगा.. ईशरवारा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के बीचो बीच बिजली का खंभा लगा हुआ है... रेलवे ट्रैक के बीच लगा ये खंभा रेलवे इंजीनियरिंग का शानदार नमूना नहीं है बल्कि अधिकारियों की लापरवाही, बोगस मॉनिटरिंग और लालफीताशाही का नमूना है.. क्योंकि रेलवे के निर्माण विभाग और विद्युत विभाग के बीच कार्डिनेशन ही नहीं है... इस खंबे पर ओएचई लाइन भी लगा दी गई है.. जब सोशल मीडिया पर ये तस्वीरे सामने आई तो रेलवे के निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर प्रभात कुमार का बयान सामने आया.. उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने गड़बड़ी की है जिसने ले आउट का पालन नहीं किया और तीन से 5 मीटर ट्रैक ले आउट से बाहर बिछा दिया.. ये भी कहा कि रेलवे लाइन के शिफ्ट होते ही खंभा ट्रैक के बाहर हो जाएगा... चीफ इंजीनियर साहब ने तो ये कहकर अपनी सफाई दे दी.. उनका क्या जाता है... पैसा तो उनका खर्च हो नहीं रहा.. जनता का हो रहा है... क्योंकि ट्रैक को नए सिरे से बिछाने में लाखों रु. फिर खर्च होगा... पहले ही दोनों विभागों के बीच कार्डिनेशन हो जाता तो ऐसा होता नहीं.. पैसा तो खर्च होगा ही तीसरी लाइन भी देरी से शुरू होगी...