जूट, सूखे मक्के के पौधे और फेंक दी गई टमाटर की डंडियां... कई किसान इसे कृषि कचरा मानते हैं लेकिन ये चीजें उपयोगी हो सकती हैं. एक रसायनशास्त्री तो प्लास्टिक बनाने में कच्चे तेल की जगह पिसी कॉफी का तेल इस्तेमाल करना चाहते हैं. एक सस्टेनेबल भविष्य के लिए इन प्रयोगों की बहुत अहमियत है.#OIDW