60 वर्ष से कम उम्र के लोगों के प्रीकॉशन (बूस्टर) डोज लगाने का शुल्क वसूलने के फरमान से नि:शुल्क चिकित्सा मुहैया कराने के वादे पर सवाल खड़ा हो गया।