सूखे की वजह से जब गांव में ऊंटों को खिलाने के लिए कुछ नहीं बचा तो हसन उन्हें शहर ले आए. यहां भी ऊंटों के लिए खाना तलाशना मुश्किल काम था. लेकिन तभी ऊंटनी के दूध का उनका कारोबार चल निकला और आज वह हर दिन एक हजार लीटर दूध बेच रहे हैं.#OIDw