शाजापुर। रविवार रात को मुस्लिम समुदाय ने शब- ए-बरात मनाया। संक्रमण के कारण शहर के 20 हजार से ज्यादा समाज के लोगों ने अपने घरों में ही इबादत की। इसमें दरूद शरीफ, कुरान का कलमा पढ़ा गया और अपने गुनाहों की माफी मांगी गई। रात 12 बजे के बाद समाजजनों द्वारा कब्रिस्तान पर पहुंचकर अपने पूर्वजों के लिए दुआ मांगी गई। इसके लिए समुदाय के युवाओं द्वारा कब्रिस्तान में दिन में भी सफाई की गई थी। ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी के जिलाध्यक्ष सज्जाद अहमद कुरैशी ने बताया कोरोना संक्रमण के चलते मुस्लिम समुदाय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इसे मनाया। दिन में संक्रमण से शहर के लोगों को बचाने के लिए भी इबादत की गई। पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्ला वाले वसल्लम का फरमान है कि शव ए-बरात की सारी रात खुदा अपने बंदों है। की हर दुआ कबूल करता दुआ की कबूलियत और खुदा की रहमत का बरसने का यह सिलसिला फजर की नमाज तक बदस्तूर जारी रहता रहा।