अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चीन को सख्त संदेश देने के लिए अमेरिकी के घातक परमाणु बॉम्बर B-2 एलएसी पर भारतीय वायुसेना के साथ अभ्यास कर सकता है. B-2 दुनिया का सबसे घातक बॉम्बर माना जाता है. एलएसी पर B-2 बॉम्बर के उड़ान भरने का मकसद चीन को सीधी चेतावनी देना है.