अगर हम सबसे विशाल पेयजल स्त्रोत की बात करें तो नीमच जिले के रामपुरा में यह जलाशय स्थित है। गांधी सागर बांध के निर्माण से पूर्व करीब एक लाख आबादी का यह संपन्न शहर आज एक छोटा सा कस्बा बनकर रह गया है। बांध के निर्माण के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर देने वाले क्षेत्रवासियों को केंद्र सरकार बांध निर्माण के समय जो वादे किए थे उससे आज तक वंचित हैं। वैसे भी जिले की अन्य नगरी निकाय की बात करें तो रामपुरा नगर परिषद सबसे अधिक जलकर वसूलने वाली नगर परिषद बन चुकी है।