भारत और चीन के बीच मतभेद के चलते, लोग ने चीनी राखियों का बहिष्कार कर रहे है। शिमला के बाजार से चीनी राखियों गायब दिखी। रक्षाबंधन से पहले देश के विभिन्न बाजारों में स्वदेशी राखियों की खूब माँग है। कई जगहों पर महिलाएँ आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत राखियाँ बना रही हैं। विभिन्न शहरों से ऐसी तसवीरें सामने आई हैं जिसमें दुकानों पर लिखा हुआ है कि हमारे यहाँ चाइनीज राखी नहीं मिलती। यही नहीं डाक विभाग ने भी राखी समय पर पहुँचाने के लिए कमर कस ली है और विशेष प्रबंध किये हैं।