मुंबई में डॉक्टरों के एक काले कारननामे का पर्दाफाश हुआ है. यहां 90 हजार में गलत तरीके से डेथ सर्टिफिकेट बनाया गया. मरीज का दिल का दौरा पड़ने से मौत का सर्टिफिकट बनाया गया जबकि मौत कोरोना से हुई थी.