कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से फैला हुआ है. लेकिन इस खतरे के बीच भी शाहीनबाग खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. धरना प्रदर्शन कम हुआ है. लेकिन फिर भी कुछ महिलाएं वहां पर बैठी हुई हैं. क्या इन महिलाओं को कोरोना से डर नहीं लगता. या शाहीनबाग अपनी जिद पर अड़ा है.