लाचारी पर हौसला हुआ हावी, आँख खोने के बाद भी रामकरन ने अपनी उड़ान भरी और साल 2014 में पैरा एशियाई खेलों में रजत पदक जीता। देखिये हौसलों की उड़ान भरते रामकरन सिंह की कहानी।