वर्ष 2015 के बाद आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) को दो हिस्से में बांट दिया गया. पहले हिस्से में अर्थव्यवस्था के बारे में जिक्र किया जाता है, जो बजट से 1 दिन पहले जारी किया जाता है. वहीं दूसरे हिस्से में महत्वपूर्ण आंकड़े शामिल होते हैं. फरवरी 2017 के बाद बजट के पेश करने के समय में बदलाव कर दिया गया.