वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२२ फ़रवरी, २०१८
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
मन इतना चालाक क्यों?
मन की चालाकियाँ खुद पड़ भारी क्यों पड़ती है?
क्या चालाक होना जरुरी हैं?
चालाक आदमी को उसकी चालाकी ही भारी पड़ती है?
अहंकार को कैसे हटाये?
संगीत: मिलिंद दाते